कब जाना चाहिए कुंभ Mahakumbh Stampede LIVE Updates: महाकुंभ में भगदड़ ; 17 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल

कब जाना चाहिए कुंभ

साल 2025 में ‘महाकुंभ’ का आयोजन प्रयागराज में होने जा रहा है. जिसमें लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है. संगम नगरी में कुंभ मेला 13 जनवरी, 2025 से शुरू होगा जो 26 फरवरी 2025 तक चलेगा ।

आपको बता दें कि महाकुंभ में कुल 6 शाही स्‍नान होते हैं, जिसमें पहला स्नान पौष पूर्णिमा यानी 13 जनवरी को किया जाएगा। वहीं, दूसरा शाही स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन होगा। इसके बाद 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन तीसरा और 02 फरवरी को वसंत पंचमी के दिन चौथा शाही स्नान किया जाएगा। इसके अलावा आखिर के दो शाही स्नान 12 फरवरी, माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी महाशिवरात्रि के दिन आयोजित होंगे।
कहते हैं कि शाही स्नान में भाग लेने से सभी पापों का नाश हो जाता है। साथ ही सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। लेकिन हाल की स्‍थीती देंखें तो शाही स्‍नानो  में भीड़ ज्‍यादा होने के कारण भगदड़ जैसा माहौल बन जाता है जिसके कारण जान माल के नुकसान होने की आशंका रहती है अत: आप सभी श्रद्धधलुओं से निवेदन है कि शाही स्‍नाना में हो सके तो ना जावें एवं कोई भी अवकाश के दिन को भी ना जावे सोमवार से शनीवार तक आप कभी भी जा सकते है।

महाकुंभ में भगदड़

कब जाना चाहिए कुंभ

मंगलवार की रात भीड़ का दबाव इतना बढ़ा कि भगदड़ मच गई। इसमें 17 लोगों की मौत हो गई, हालांकि मरने वालों की संख्या  अधिक बताई जा रही है। बड़ी संख्या में लोग घायल हैं। महाकुंभ के अस्पताल में घायलों को लेकर आने वाली एंबुलेंस का तांता लगा हुआ है।

महाकुंभ में भगदड़ के बाद अखाड़ों के शाही स्नान को रद कर दिया है। मौनी अमावस्या पर सभी अखाड़ों के नागा साधु संतों के साथ शाही स्नान करते हैं।

 प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- संगम नोज पर अधिक भीड़ के कारण यह फैसला किया गया है। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली।

अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। महाकुंभ की भगदड़ में सैकड़ों लोग लापता होने की भी खबर आ रही है । हालांकि अभी स्‍थिती काबू में है सभी लोगो से अपील की जा रही है कि किसी प्रकार की अफवाह पर ध्‍यान न दें।

कुंभ के बारे में

कुम्भ मेला भारत में आयोजित होने वाला एक विशाल मेला है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु हर बारहवें वर्ष प्रयागहरिद्वारउज्जैन और नासिक में से किसी एक स्थान पर एकत्र होते हैं और नदी में पवित्र स्नान करते हैं। प्रत्येक १२वें वर्ष के अतिरिक्त प्रयाग में दो कुम्भ पर्वों के बीच छह वर्ष के अन्तराल में अर्धकुम्भ भी होता है; २०१३ के कुंभ के बाद २०१९ में प्रयाग में अर्धकुम्भ मेले का आयोजन हुआ था और अब 2025 में पुनः कुंभ मेले का आयोजन हो रहा है।

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