कुंवर प्रणव चैंपियन कौप है?
कुंवर प्रणव सिंह (जन्म 6 अप्रैल 1966) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने खानपुर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्तराखंड विधान सभा के सदस्य के रूप में कार्य किया। वे लगातार चौथी बार चुने गए हैं और उत्तराखंड विधान सभा के वरिष्ठ सदस्यों में से एक हैं। उन्होंने एनडी तिवारी , विजय बहुगुणा और हरीश रावत के मुख्यमंत्रित्व काल में पिछली राज्य सरकारों में कैबिनेट रैंक के अधिकारी के रूप में भी काम किया है ।
भाजपा नेता कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के बीच जमकर गोलीबारी हुई. आपके मन में यह विचार आ रहा होगा की यह दोनों नेता और ऐसा क्या हुआ, दोनो एक दूसरे से क्या चाहते है क्या है रंजिश . आइए जानते हैं सबकुछ…
कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन का नाम विवादों से न जुड़ा हो ऐसा हो ही नहीं सकता । हथियारों की प्रदर्शनी से लेकर मगरमच्छ से शिकार और कैबिनेट मंत्री के घर पार्टी के दौरान फायरिंग का आरोप भी इन्ही के नाम पर लग चुका है। कभी वह राह चलते साइड नहीं मिलने पर गोली दाग देते हैं तो कभी विधायक के समर्थकों को पीट देते हैं। अब वह खानपुर सीट से विधायक उमेश कुमार के दफ्तर पर चढ़कर फायरिंग के चलते सुर्खियों में आए हैं।
मामले की शुरुआत शनिवार से शुरू हुआ, जब प्रणव सिंह ने उमेश कुमार को लेकर सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणियां कीं। इसके बाद उमेश कुमार ने भी सोशल मीडिया पर लाइव आकर पूर्व विधायक जो जमकर खरी-खोटी सुनाई। वह प्रणव के राजमहल पहुंच गए और बाहर निकलने की धमकी दी। यह सुनकर प्रणव सिंह उमेश कुमार के लंढौरा स्थित घर पर पहुंच गए। वो वहां नहीं मिले तो अपने लाव-लश्कर के साथ प्रणव सिंह उमेश कुमार के कैंप कार्यालय पहुंचे। यहां जमकर गोलियां चलीं।
आपको बात दें की बीते विधानसभा चुनाव में खानपुर सीट से उमेश कुमार ने कुंवर प्रणव को हराकर चुनाव जीता था। अब दोनों के बीच चल रही अदावत से प्रशासन के भी पसीने छूटने लगे हैं। दोनों नेताओं के बीच गैंगवार जैसी स्थिति से आम लोग दहशत में हैं। इस घटना में तीन लोगों के घायल होने की भी खबर है। मौके पर पुलिस तैनात है। दोनों की आपसी रंजिश में आम जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है प्रसाशन को भी समझ नहीं आ रहा की क्या करना चाहिए गौरतलब यह है की अभी तक कसी जान माल का नुकसान नहीं हुआ है ।